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Best Motivation lines for students in Hindi // Hindi motivation shayari


Best Motivation lines for students in Hindi //

तेरा दौड़ में अव्वल आना जरूरी नहीं,

तू सबको पीछे छोड़ दे यह भी जरूरी नहीं !

जरूरी है तेरा दौड़ में शामिल होना,

जो आज तेरे आगे हैं ,वो कल तेरे पीछे होंगे !!

बस तू चलना मत छोड़ना...

बस तू लड़ना मत छोड़ना !!
😊😊😊👍👍

Best motivation lines for students in Hindi

कभी कभी सोचते हैं..., कि कब तक..., आखिर कब तक..., इस छोटे से बल्ब की रोशनी के नीचे बैठकर..., “लुंसेन्ट और करेन्ट अफेयर्स” की किताबों के पन्ने पलटते रहेंगे...,

दस-दस बारह बारह घण्टे कब निकल जाते हैं..., कब सूरज निकलता है..., कब डूबता है..., पता ही नहीं चलता...,

समझ नहीं आता इतना डेडिकेट होते हुए भी..., किस्मत कौनसी दुशमनी निकाल रही है..., 😓

लोगों का “आजकल क्या कर रहे हो ?” वाला प्रश्न...,

"चाणक्य को दिए घनानंद के जवाब” की तरह लगता है...,

अब समझ आता है कि..., जब समय और परिस्थितिया वश में न हो तो..., कैसे मन मारकर सब कुछ सहना पड़ता है..., 😊

सिर्फ "लगें हैं" कहकर लोगों से पीछा छुड़ाना पड़ता है..., 😔

जिंदगी एक अंतहीन मंजिल की और..., थके - हारे कदमों से खींचे ले जा रही है...,

लेकिन जब घर वालों की उम्मीद भरी नजर..., पड़ोसियो की खिल्ली उड़ाती नज़र देखते हैं तो...,

फिर से किताबों में डूब जाते हैं..., 😊

ये सोचकर कि भाग्य हमारे प्रति इतना भी निर्दयी नहीं हो सकता..., 💛


जब इंसान एवरेस्ट फतह कर गया...,मंगल पर पहुँच गया..., चाँद को भी नाप दिया...,

तब क्या हममें इतना भी सामर्थ्य नहीं..., कि हमसे एक मामूली से सरकारी नौकरी की परीक्षा पास नहीं...?



होगी..., होगी..., अवश्य होगी..., 😊

वो समय एक बार आएगा जरूर..., जब सब कुछ अपने पक्ष में होगा..., 💛

आज नहीं तो कल वो वक्त आएगा..., जब किसी रिजल्ट में एक नाम अपना भी होगा..., 💛

बस थोड़े से सब्र की आवश्यकता है...,

आज का ये अंधेरा..., एक दिन उजाले में अवश्य बदलेगा..., 🔥😊

✍🏻  *Exam G*💛

Safal kaise bane in Hindi, सफल कैसे बनें, how to be successful in life


Safal kaise  bane in Hindi, सफल कैसे बनें, how to be successful in life

अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हैं तो अपने जीवन में इन चीजों को जरूर शामिल करें.


➨'ख़ुश रहें, हमेशा मुस्कुराएँ और जोर से मुस्कुराएँ !!



➨'सही और सकारात्मक (अच्छी) सोच रखें !!



➨'परिश्रम करने से ख़ुशी मिलती हैं इसलिए परिश्रम जरूर करें.!!



➨'अपनी यथा शक्ति दूसरों की मदत जरूर करें.



➨'स्वस्थ आहार लें, ख़ुद से प्रेम करें और ख़ुद को स्वस्थ रखें !!


➨'दूसरों में कमियाँ न निकालें, हमेशा ख़ुद को बेहतर बनाने का प्रयास करें !!


➨'हमेशा नया कुछ नया सिखने का जिज्ञासा रखें और ज्ञान जहाँ मिले वहाँ से ले लो !!

Motivational session for Who didn't get final selection in the list

*ब्लॉग से..*.🖋️

कल BEO  का रिजल्ट आया, इससे पहले Ssc CHSL का भी आया था और  कुछ दिन बाद PCS-19  एवं NTPC का परिणाम भी आएगा,
उसके बाद भी न जाने कितने परिणाम आते रहेंगे l

जिस बात पर ध्यान देने के लिए ये पोस्ट की जा रही है वो ये है कि सफल लोगों को बधाई देने वालों का तो ताता लग जाता है
लेकिन जो लोग सफल नहीं हो पाए वास्तव में साथ की जरुरत उन्हें ही होती है l

निश्चित रूप से सफल लोग बधाई के पात्र होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि जो लोग असफल रहे उनमें काबिलियत नहीं थी l

कई बार तैयारी उस स्तर की नहीं होती कि चयन हो पाए लेकिन कई बार कुछ अन्य परिस्तिथियाँ जैसे ऐन समय पर स्वास्थ्य ख़राब हो जाना, परिवार में कोई समस्या हो जाना या फिर परीक्षा का दबाव ना झेल पाना आदि कारण हो सकते हैं l

इसलिए जरुरत है कि जो लोग सफल नहीं हो पाए उन्हें हिम्मत दी जाए ना कि उनके साथ उपेक्षा का व्यवहार किया जाए l

आपके आसपास के सफल व्यक्ति को भले ही बधाई एक दो दिन बाद दे दीजियेगा लेकिन आपका जो मित्र सफल नहीं हो पाया उसे बिलकुल भी अकेला ना छोड़ें क्योंकि आप नहीं जानते इस समय आपके द्वारा दी गई हिम्मत आपके दोस्त को टूटने से बचा सकती है l💐

*शुभकामनाओं के साथ .*..💐

HOW TO PREPARE FOR UPSC/IAS( BEST STRATEGY FOR IAS ASPIRANTS)

आईएएस के लिए -- 

(1.) सम्पादकीय आलेख रोज पढ़ें -- सम्पादकीय पृष्ठ कई तरह से आपके लिए उपयोगी है एक तो आपके लेखन शैली के लिए एक उदाहरण मिलता है , नए शब्द सीखते हैं , किसी मुद्दे के बारे में सटीक और पूरी जानकारी प्राप्त होती है , आंकड़े और रिपोर्ट्स मिलते हैं जिन्हे आप निबंध और अन्य मुख्य परीक्षा के उत्तर लिखते समय प्रयोग कर सकते हैं ! मेरे अनुसार सम्पादकीय पृष्ठ के बिना आज के समय में मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने की संभावनाएं ना के बराबर है इसलिए किन्ही दो राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों के सम्पादकीय नियमित पढ़ें !  वो दो अख़बार दैनिक जागरण और जनसत्ता हो सकते हैं !

(2.) रोज लिखने की आदत डालें -- मुख्य परीक्षा से अब अति लघु और लघु उत्तरीय प्रश्न हटा दिए गए हैं , अब सिर्फ 20 या 25  दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों से आपका सामना होता है जिनके उत्तर लगभग 150  से 200  शब्दों के बीच लिखना होता है यानी कुलमिलाकर 3 घंटे में आपको लगभग 4000 शब्द लिखने होते हैं ! एक निश्चित समय में आपको प्रश्न ठीक से पढ़कर उसकी मांग के अनुसार सीमित शब्दों में उसका उत्तर कॉपी में लिखना होता है , अगर आपका ठीक से अभ्यास नहीं है तो यह आपके लिए बड़ी चुनौती साबित होगा ! साक्षात्कार के लिए आपका सिलेक्शन मुख्य परीक्षा के आधार पर ही होगा और मुख्य परीक्षा सिर्फ और सिर्फ आपके लेखन पर निर्भर करती है ! इसलिए रोज कम से कम किसी एक टॉपिक को लेकर 200 से 250 शब्द लिखने का प्रयास करें !

(3.) करंट से रहें अपडेट -- पिछले कुछ वर्षों में प्रारंभिक परीक्षा के लगभग आधे प्रश्न या तो समसामयिक मुद्दों से सीधे पूछे गए हैं या फिर अप्रत्यक्ष रूप से उनसे सम्बंधित रहे हैं !  मुख्य परीक्षा में भी निबंध, सामान्य अध्ययन के दूसरे और तीसरे पेपर में लगभग 60 प्रतिशत का योगदान करंट अफेयर्स का होता है इसलिए हम इसके बिना आईएएस के ख्वाब को हकीकत में नहीं बदल सकते ! इसलिए राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र के अलावा एक विश्वसनीय मासिक पत्रिका और कुछ महत्वपूर्ण वेबसाइटस का सहारा लेकर अपने करंट को पूरी तरह अपडेट रखें !

(4.0 सतही ज्ञान से बचें -- सिविल सेवा परीक्षा कोई एक दिवसीय परीक्षा नहीं है , इसलिए सिर्फ फैक्चुअल नॉलेज से आपका कुछ नहीं होगा ! प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नों का भी अपना एक स्तर होता है , ज्यादातर प्रश्न कूट वाले होते हैं जिनमे आप तुक्का लगाकर या अंदाजे से उत्तर नहीं दे सकते ! एक प्रश्न को हल करने के लिए आपको उस टॉपिक के बारे में पूरी जानकारी होना बहुत आवश्यक है ! इसलिए टॉपिक्स के महत्वपूर्ण फैक्ट्स रटने की बजाय उसे समझने पर ज्यादा ध्यान दें ! अगर आपने प्रश्न रटा है तो प्रश्न के बदल जाने पर आप भ्रमित हो जायेंगे लेकिन अगर आपका कांसेप्ट क्लियर है तो उस टॉपिक से कोई भी , किसी भी तरह का प्रश्न दे दिया जाए आपको समस्या नहीं होगी ! इसलिए हर टॉपिक उसके अतीत , वर्तमान और भविष्य को ध्यान में रखकर पढ़िए  !

(5.) समय प्रबंधन का रखें ध्यान -- सिविल सेवा कि तैयारी के दौरान एक बात जो सबसे आवश्यक होती है वह है आपका समय प्रबंधन ! पूरी तैयारी के दौरान नियमितता बहुत आवश्यक है और उसके लिए एक सही दिनचर्या का होना अतिआवश्यक है ! पुरे सिलेबस को ठीक से पढ़कर और पिछले वर्ष के प्रश्पत्रों को देखकर अपने मजबूत और कमजोर विषयों को ध्यान में रखकर प्रत्येक पेपर के लिए एक योजनाबद्ध तरीके से तैयारी करें !  समय का हर पल आपके लिए महत्वपूर्ण है इसलिए व्यर्थ ना गवाएं , कोसिस करें कि हर मिनट का आप सदुपयोग कर सकें और हर काम को करने से पहले खुद से एक सवाल जरूर करें कि " यह आपके लक्ष्य के लिए लाभप्रद होगा या हानिकारक ? " इसके बाद ही कोई कार्य करें  !

कुछ वर्षों के लिए कुछ समझौते कर लीजिये फिर आने वाला कल आपका होगा उसे अपनी शर्तों पर जीना ! एक बात जान लीजिये कि यहाँ लोगों को आप कौन हो , इससे ज्यादा मायने रखता है कि आप क्या हो ?   लोग आपके नाम का नहीं आपके पद और आपकी स्थिति का सम्मान करते हैं !
( आईएएस से जुड़े हर सवाल के जवाब आपको हमारी टाइमलाइन पर मिल जायेंगे , एक बार " गुरु शरद " पर जरूर विजिट कीजिये ) 
यह 5 टॉपिक्स थे और बाकी के 5 टॉपिक्स जल्दी ही पोस्ट करेंगे ...................

How to crack UPPCS PRE 2019:: Best strategy for UPPCS pre 2019

Best strategy for UPPCS pre 2019

आज 3 अगस्त 2019 है और 2019 की PCS प्रारंभिक परीक्षा की तारीख 15 दिसम्बर 2019 है, परीक्षा के लिए कुल मिलाकर 134 दिन बचे है।

प्रारम्भिक परीक्षा के सिलेबस में हिस्ट्री, जियोग्राफी और पॉलिटी ये तीन बड़े विषय हैं बाकी सबका पाठ्यक्रम इनकी तुलना में कम है। इन 134 दिनों के लिए आपको एक कार्ययोजना बना लेनी चाहिये और उसी के अनुसार काम आगे बढ़ाना चाहिए। मैं ये मानकर चल रहा हूँ कि सबकुछ आपने कम से कम एक बार पढ़ लिया है और भले ही सब कुछ कंठस्थ न हुआ हो फिर भी एक बार वो नजरों के सामने से गुजर चुका है।

इन 134 दिनों में सबसे पहले आपको हिस्ट्री और पॉलिटी उठानी चाहिए। अगर आप प्रति दिन 3 घंटे दें तो हिस्ट्री को अच्छी तरह तैयार करने में लगभग 25 से 30 दिन लग जाते हैं। जब हिस्ट्री और पॉलिटी में से कोई एक खत्म हो जाये तो जियोग्राफी उठा लीजिये। और उसके बाद बाकी छोटे मोटे सब्जेक्ट कर डालिये। करंट जनवरी से लेकर नवम्बर अंत तक का करना चाहिए। घटनाचक्र जितनी बार लगा पाएं उतना ज्यादा फायदा आपको मिलेगा। किस विषय मे क्या पढ़ना है और कहां से पढ़ना है इसके लिए लंबी लम्बी पोस्ट लिख चुका हूँ तो वही सब यहां दोहराना ठीक नहीं।

टारगेट रखना चाहिए कि 100 दिनों में सब तैयार हो जाए और बाकी बचे 34 दिनों मे कम से कम एक बार रिवीजन कर लिया जाए। सीसैट के कमजोर पक्षों की प्रैक्टिस भी अभी से करनी शुरू कर दीजिए जिससे कि उसका रिस्क कम हो जाये।

जरूरत की और चीजें बीच बीच में बताता रहूँगा।

शुभकामनाएं

4 कारण :: लक्ष्य बनाना क्यों ज़रूरी है???

❄ *_#Motivation Thought_ 💐*
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*((Note~ सभी मित्रों एक बार ज़रूर पढ़े))*

*_⇣⇣ कितना_जरुरी_है_लक्ष्य_बनाना ⇣⇣👌_*
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*एक बार एक आदमी सड़क पर सुबह सुबह दौड़ (Jogging) लगा रहा था, अचानक एक चौराहे पर जाकर वो रुक गया उस चौराहे पे चार सड़कें थीं जो अलग-अलग रास्ते पे जाती थीं। एक बूढ़े व्यक्ति से उस आदमी ने पूछा – सर ये रास्ता कहाँ जाता है ? तो बूढ़े व्यक्ति ने पूछा- आपको कहाँ जाना है? आदमी – पता नहीं,*
*बूढ़ा व्यक्ति – तो कोई भी रास्ता चुन लो क्या फर्क पड़ता है । वो आदमी उसकी बात को सुनकर निःशब्द सा रह गया, कितनी सच्चाई छिपी थी उस बूढ़े व्यक्ति की बातों में। सही ही तो कहा जब हमारी कोई मंजिल ही नहीं है तो जीवन भर भटकते ही रहना है।*

*_✶ जीवन में बिना लक्ष्य के काम करने वाले लोग हमेशा सफलता से दूर रह जाते हैं जबकि सच तो ये है कि इस तरह के लोग कभी सोचते ही नहीं कि उन्हें क्या करना है? हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में किये गए सर्वे की मानें तो जो छात्र अपना लक्ष्य बना कर चलते हैं वो बहुत जल्दी अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेते हैं क्यूंकि उनकी उन्हें पता है कि उन्हें किस रास्ते पर जाना है।_*

*_✶ अगर सफलता एक पौधा है तो लक्ष्य ऑक्सीजन है, आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे कि लक्ष्य कितना महत्वपूर्ण है? कितना जरुरी है लक्ष्य बनाना ?_*

*_1.➨  लक्ष्य एकाग्र बनाता है – अगर हमने अपने लक्ष्य का निर्धारण कर लिया है तो हमारा दिमाग दूसरी बातों में नहीं भटकेगा क्यूंकि हमें पता है कि हमें किस रास्ते पर जाना है? सोचिये अगर आपको धनुष बाण दे दिया जाये और आपको कोई लक्ष्य ना बताया जाये कि तीर कहाँ चलना है तो आप क्या करेंगे, कुछ नहीं तो बिना लक्ष्य के किया हुआ काम व्यर्थ ही रहता है। कभी देखा है की एक कांच का टुकड़ा धूप में किस तरह कागज को जला देता है वो एकाग्रता से ही सम्भव है।_*

*_2.➨  आपकी प्रगति का मापक है लक्ष्य- सोचिये की आपको एक 500 पेज की किताब लिखनी है, अब आप रोज कुछ पेज लिखते हैं तो आपको पता होता है कि मैं कितने पेज लिख चूका हूँ या कितने पेज लिखने बाकि हैं। इसी तरह लक्ष्य बनाकर आप अपनी प्रगति (Progress) को माप (measure) सकते हैं और आप जान पाएंगे कि आप अपनी मंजिल के कितने करीब पहुंच चुके हैं। बिना लक्ष्य के नाही आप ये जान पाएंगे कि आपने कितना progress किया है और नाही ये जान पाएंगे कि आप मंजिल से कितनी दूर हैं?_*

*_3.➨  लक्ष्य अविचलित रखेगा- लक्ष्य बनाने से हम मानसिक रूप से बंध से जाते हैं जिसकी वजह से हम फालतू की चीज़ों पर ध्यान नहीं देते और पूरा समय अपने काम को देते हैं। सोचिये आपका कोई मित्र विदेश से जा रहा हो और वो 9:00 PM पे आपसे मिलने आ रहा हो और आप 8 :30 PM पे अपने ऑफिस से निकले और अगर स्टेशन जाने में 25 -30 मिनट लगते हों तो आप जल्दी से स्टेशन की तरफ जायेंगे सोचिये क्या आप रास्ते में कहीं किसी काम के लिए रुकेंगे? नहीं, क्यूंकि आपको पता है कि मुझे अपनी मंजिल पे जाने में कितना समय लगेगा। तो लक्ष्य बनाने से आपकी सोच पूरी तरह निर्धारित हो जाएगी और आप भटकेंगे नहीं।_*

*_4.➨ लक्ष्य आपको प्रेरित करेगा – जब भी कोई व्यक्ति सफल होता हैं, अपनी मंजिल को पाता है तो एक लक्ष्य ही होता है जो उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। आपका लक्ष्य आपका सपना आपको उमंग और ऊर्जा से भरपूर रखता है।_*

*_︶︿︶ तो मित्रों बिना लक्ष्य के आप कितनी भी मेहनत कर लो सब व्यर्थ ही रहेगा जब आप अपनी पूरी energy किसी एक point एक लक्ष्य पर लगाओगे तो निश्चय ही सफलता आपके कदम चूमेगी।_*

_👨🏻‍💻@ नीलेश  मिश्रा ..✍🏻_

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सफलता के लिए 10 आवश्यक बातें

सफलता के लिए 10 मूल मन्त्र ------

अनमोल विचार, जो आपके जीवन की दिशा को बदल सकते हैं...
1. पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता, एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान. ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते है.

2. ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है.
गुरु गोबिंद सिंह की सिखाई ये 11 बातें दिला देंगी सफलता...

3. उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तमु अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते.

4. जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है.

5. पवित्रता, धैर्य और उद्यम- ये तीनों गुण मैं एक साथ चाहता हूं.

6. लोग तुम्हारी स्तुति करें या निन्दा, लक्ष्य तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या न हो, तुम्हारा देहांत आज हो या युग में, तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट न हो.

7. जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिये, नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है.

ध्यान और ज्ञान का प्रतीक हैं भगवान शिव, सीखें आगे बढ़ने के सबक

8. जब तक आप खुद पे विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पे विश्वास नहीं कर सकते.

9. एक समय में एक काम करो , और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ.

10. जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी.

धन्यवाद

प्रेरणादायक कहानी :: एक राजा से जानें सफलता का रहस्य

#MOTIVATIONAL  STORY
# बुद्धिमान_राजा ....... # जरूर_पढ़ें




*सलेक्शन चाहते हैं तो ये कहानी जरुर पढ़ें, लंबी जरूर है लेकिन जिंदगी बदल जाएगी
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_एक राज्य में एक रिवाज था. राज्य में राजा की नियुक्ति सिर्फ पांच साल के लिए ही होती थी. राजा के गद्दी संभालने के पांच साल बाद नए राजा का चुनाव होता था. पुराने राजा को राज्य की नदी के उस पार जंगल में भेज दिया जाता. नए राजा का दिल से स्वागत-सत्कार किया जाता और दूसरे को जंगल में विदा कर दिया जाता. पुराना राजा जंगल में दो-चार दिन डरा-डरा सा, सहमा हुआ घूमता. बाद में किसी जंगली जानवर का शिकार हो जाता।_
_गांव में नए राजा की नियुक्ति की भी अजीब प्रथा थी. गांव के सभी लोग उस दिन इक्कठ्ठे होते और हाथी की सूंड में फूलों का हार थमा देते. हाथी जिसे उस हार को पहनाता वो शख्स अगले पांच साल तक जंगल का राजा चुन लिया जाता।_
_पद मिलने के बाद राजा बना शख्स फूला नहीं समाता और अगले पांच साल तक जमकर भोग-विलास करता. इतनी भव्यता और ऐश-ओ-आराम के बाद जब पांच साल बाद उसे जंगल जाने के लिए भेजा जाता तो वो जाने के लिए तैयार नहीं होता. लेकिन परंपरा के मुताबिक उसे जबरदस्ती रस्सी से बांधकर, घसीटकर, मार-पीटकर खुंखार जानवरों से भरे जंगल में छोड़ दिया जाता।_
_सालों से चली आ रही इस परंपरा के मुताबिक एक राजा का पांच साल का राजकाज खत्म हुआ. राजपाट के आखिरी दिन उसे पकड़ने के लिए सिपाही आए. जब सिपाही राजा को बांधने के लिए आगे बढ़े तो राजा ने बिना डरे पूरे रुआब से उन्हें रूक जाने का आदेश दिया. राजा का कांफिडेंस देखकर सैनिक सहम गए. सैनिक कुछ कहते उससे पहले ही राजा ने कहा कि वो एक राजा है और राजा की तरह ही ठाट-बाट से वो घने जंगलों में जाएगा।_
_हर पांच साल बाद जब राजा कि विदाई का वक्त आता था तो पूरे गांव के लोग उसे रस्सी से बंधा हुआ देखते थे. हैरान परेशान. जान बचाने की भीख मांगते हुए, रोते चिल्लाते हुए, गिड़गिड़ाते हुए. लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा था कि राजा रोब से हाथी पर बैठकर गांव से विदा हो रहा था. सैनिकों के बीच गर्व से चलता राजा गर्व से मुस्कुरा रहा था।_
_नदी के उस पार जाने के लिए नाव भी तैयार थी. राजा को नाव में बैठाया गया. मुस्कुराते हुए राजा को देखकर नाव वाला भी उलझन में पड़ गया. नाव जब बीच नदी में पहुंची तब नाविक ने राजा से पूछा, "महाराज आप तो बहुत खुश लगते हैं, यह देखकर मुझे बहुत आश्चर्य हो रहा है. आप को उस घने जंगल से डर नहीं लगता है?"_
_तब गंभीर मुद्रा में राजा ने नाविक से जो बात कही वो बेहद ही मार्के की है. राजा ने कहा, "आखिर तुमने मुझे थोड़ा-सा पहचाना तो सही. देखो भाई, जिस दिन हाथी ने मेरे गले में हार डाला उस दिन मुझे दिल ही दिल में खुशी तो हुई पर पहले ही दिन से मुझे पांच साल के बाद मेरी हालत क्या होने वाली है वो दिखाई देने लगी थी". इसलिए पहले दिन से ही मैंने अगले पांच साल के बाद की प्लानिंग शुरु कर दी थी._
_पहले साल मैंने अपने मंत्री को भेजकर मजदूरों के जरिए पूरा जंगल साफ करवा दिया. दूसरे साल नए राज्य के निर्माण का आदेश दिया और राजमिस्त्री को वहां भेज दिया. उन्होंने मेरे लिए बेहतरीन महल तैयार कर दिया. गांव के लोगों के लिए भी नए घर मैंने वहां पर बनवाए. तीसरे साल नगर के अच्छे और ज्ञानी लोगों को सपरिवार वहां रहने के लिए भेजा. चौथे साल लोगों को कारोबार करने लिए वहां भेजकर कारखाने लगवाए. आज पांच साल खत्म हो चुके हैं मेरा नया नगर भी बनकर तैयार है. आज एक राज्य ने मुझे विदा किया तो दूसरा राज्य मेरे स्वागत के लिए तैयार है।_
_इस राज्य में परंपरा के मुताबिक राजा आए. पांच साल तक ऐश-ओ-आराम में डूबे रहे, पर भविष्य के बारे में कभी नहीं सोचा. अंत में दु:ख भोगते हुए, दुनिया पर दोष मढ़ते हुए इस दुनिया से विदा हो गए।_
*ये कहानी आपके लिए क्यों जरुरी है?*
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_ये कहानी कंपटिशन की तैयारी करनेवाले हर छात्र पर बिल्कुल फिट बैठती है. जिस दिन आपने तैयारी के लिए मन बनाया समझ लीजिए उसी दिन आप राजा बन गए, लेकिन स्थायी तौर पर क्योंकि जबतक आप सलेक्ट नहीं होगे आप राजसी ठाट-बाट के हकदार नहीं होंगे. आपको तैयारी के दौरान कोई कष्ट ना हो इसके लिए आपके मां-बाप ने पेट काटकर आपको पढ़ने का मौका दिया है. अब ये आपके हाथ है कि आप मां-बाप से मिले पैसे का इस्तेमाल कैसे करते हैं? दूसरे छात्रों की तरह तैयारी के दौरान घर से मिले पैसों को ऐशो-आराम, दोस्ती-यारी और फालतू की कोचिंगों पर उड़ाते हैं या फिर प्लानिंग करके भविष्य की तैयारी करते हैं।_
_कंपटिशन की तैयारी के दौरान अगर ऐशो-आराम की जिंदगी जीने और दूसरों की तरह बिना किसी प्लानिंग के तैयारी करेंगे तो लाखों छात्रों की तरफ असफल होकर डिप्रेशन में चले जाएंगे. वक्त रहते होश में आ जाइए. समय बीतने में समय नहीं लगता. लेकिन अगर सही रणनीति और टाइम मैनेजमेंट के साथ आगे बढ़ोंगे तो बुद्धिमान राजा की तरह जिंदगी भर राज करेंगे!_
NLS



MOTIVATIONAL : सफलता के लिए ज़रूरी है ये काम


हमारे सबके अपने अपने कुछ लक्ष्य होते हैं ….कुछ बड़े या कुछ छोटे होते हैं पर परिश्रम की मांग सभी करते है ! आईएएस के साथ भी कुछ ऐसा ही है ……प्रायः छात्रों की पहली समस्या होती है कि आईएएस का पाठ्यक्रम इतना बड़ा है ..मैं तो बन ही नहीं सकता …कौन करेगा इतनी मेहनत ! तो सुनिए आईएएस भी इंसान ही बनते हैं और आप भी एक इंसान हो …आप सिर्फ आईएएस बन नहीं सकते बल्कि आईएएस टॉप भी कर सकते हो , सबसे पहले समस्याओं का आकलन करो फिर खुद कि क्षमताओं का आकलन करो ….और एक मनुष्य के अंदर उतनी शक्तियां मौजूद होती हैं कि वह अपना भविष्य का निर्माण खुद कर सकता है !

सभी कहते हैं कि मेरे पास पैसा नहीं है कि मैं आईएएस कि कोचिंग कर सकूँ ….तो सुनिए एपीजे अब्दुल कलाम ने भी अख़बार बेचकर देश का सर्वोच्च पद प्राप्त किया है तो क्या आप नहीं कर सकते …..दोस्तों बिना कोचिंग के पहले भी अभ्यर्थी सफल होते रहे हैं और आज भी हो रहे हैं बस आपको थोड़ा मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी …..अगर आपके पास पैसा नहीं है तो योग्यता बनाइये और मुझे लगता है कि जिसके अंदर वास्तविक योग्यता होगी वो खाली नहीं रह सकता …. दोस्तों पैसा कोई सफलता के रुकावट का कारण नहीं है ….धीरू भाई अम्बानी जी भी करोड़पति पैदा नहीं हुए थे किसी के यहाँ नौकरी करके खुद को करोड़पति बनाया ……आपको परिवार का समर्थन नहीं मिलता ये भी कोई मुख्य कारण नहीं है असफलता का ….आपका परिवार आपको बेहतर जानता है ..बस उन्हें अपनी आशाएं बताइये ..निश्चय ही वो मान जायेंगे …और अगर नहीं मानते तो उनके खिलाफ जाइये वो आपको घर से नहीं निकाल देंगे …और आपकी सफलता में सबसे ज्यादा ख़ुशी उन्ही को होगी !


आज का काम कल पर मत छोड़िये …आप लोग सोचते हो आज और ऐसा कर लें फिर कल से नहीं और इसी कल कल के चक्कर में जिंदगी गुजर जाती है …..जो सोचो उसे तुरंत करो……पाउलो कोएलो ने कहा था कि जब तुम वास्तव में कुछ पा लेना चाहते हो तो सारी कायनात उसे हासिल करने में तुम्हारी मदद करती है …..मित्रों पर कुछ पाने कि जिद भी आपको खुद में पैदा करनी होगी …….मित्रों संघर्ष किस चीज में नहीं है पर एक बात और है जो विवेकानंद जी ने कहा था ” जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी ” और दोस्तों अगर जीत पक्की हो तो कायर भी लड़ जाते हैं बहादुर तो वे कहलाते हैं जो हार निश्चित होने पर भी मैदान नहीं छोड़ते …फैसला आपका है आप बहादुर हैं या कायर …..हिटलर ने एक खूबसूरत पंक्ति कही थी कि अगर हम बिना संघर्ष के सफल होते हैं तो वह केवल जीत होती है पर अगर हम संघर्ष के साथ सफल होकर दिखाते हैं तो वह इतिहास बनता है ! और एक बात अगर आप अपनी किस्मत के इंतजार में बैठे हैं कि वो बदलेगी और आपको आईएएस बना देगी तो सुनिए मेहनत मोहताज नहीं होती किस्मत की और लकीरों की . … और इंतजार करने वालो को सिर्फ उतना मिलता है जितना मेहनत करने वालों से छूट जाता है !

तो आज उठिए और प्राण कीजिये की आपको आपकी मंजिल से पहले कही नहीं रुकना है अरे मेहनत ही तो करनी होगी न जान तो नहीं जाएगी और थोड़ा मेहनत के बाद की अपनी लाइफ को भी ध्यान रखिये …एक लम्बी गाड़ी ….उसमे लाल नीली बत्ती . ,,,पद , पैसा और प्रतिष्ठा तीनो होगा आपके पास …..और वो सब जो एक सपने में ही आपने देखा है !
आप अकेले हो आप सब कुछ तो नहीं कर सकते पर आप वो करने से कभी पीछे मत हट जाना जो आप कर सकते हो ! क्योकि सपने वो सच नहीं होते जो सोते वक़्त देखे जाते हैं सपने तो वो सच होते हैं जिनके लिए हम सोना छोड़ देते हैं !

हमारा उद्देश्य आप लोगों के लिए ऐसी ही motivational posts लाना है और आप लोगों के उज्ज्वल भविष्य की आशा करना हूँ ||

धन्यवाद

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