प्रीलिम्स परीक्षा के लिये रिवीज़न::
2जून को प्रस्तावित सिविल सर्विस प्री के लिए अब समय सिर्फ इतना बचा है कि जो भी पढ़ चुके है उसका अच्छे से रिवीजन कर लीजिए,
मैं नीलेश मिश्रा आज आपको इसी बारे में बताने जा रहा हूँ।।।।
प्रीलिम्स परीक्षा के लिये रिवीज़न बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। यह UPSC की तैयारी का एक महत्त्वपूर्ण चरण है।
रिवीज़न के विषय में यहाँ हम आपके साथ कुछ टिप्स साझा कर रहे हैं:
रिवीज़न को नियमित तौर पर अपनी तैयारी का हिस्सा बनाए -
परीक्षा से दो महीने पहले कुछ नया पढ़ने से बचे। नियमित रिवीज़न का लाभ यह होता है कि इससे परीक्षा भवन में उत्तर गलत होने की संभावना काफी कम हो जाती है।
रिवीज़न करते समय आपका लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिये -
जितना पढ़ा है उतना पूरी तरह से समझ में आना चाहिये, अर्थात् आपके द्वारा पढ़े गए किसी भी कंटेंट में दुविधा की स्थिति नहीं होनी चाहिये।
रिवीज़न करते समय इस बात पर विशेष ध्यान दें कि इस काम में कोई जल्दबाज़ी नहीं होनी चाहिये। रिवीज़न के लिये शांति और सहजता से प्लानिंग करने की ज़रूरत है।
जितना अधिक आप रिवीज़न करते है, उतनी अधिक आपकी स्मरण क्षमता बढ़ती है। यही कारण है कि बार-बार हम आपको अधिक-से-अधिक रिवीज़न की सलाह देते है।
कई बार तैयारी के दौरान हम थकावट, ऊब और बोरियत का अनुभव करने लगते है, ऐसे में पहले से पढ़े गए किसी भी कंटेंट का रिवीज़न करना काफी बोझिल हो जाता है। इसका सबसे बेहतर उपाय यह है कि आप इसे fun-habit बना लीजिये, यानी आप अपने दोस्तों के साथ रिवीज़न कीजिये।
रोज़ाना के नियमित कार्यों के साथ-साथ रिवीज़न को शामिल कीजिये, रिवीज़न की नियमितता हमें इस बात का अहसास दिलाती है कि हम काफी हद तक परीक्षा की तैयारी में सक्षम हैं और केवल थोड़े से प्रयास भर से प्रीलिम्स की परीक्षा में सफल हो सकते हैं।