क्या है ब्लॉकचेन तकनीक?
✅ज्ञातव्य है कि जिस प्रकार हज़ारों-लाखों कंप्यूटरों को आपस में जोड़कर इंटरनेट का अविष्कार हुआ, ठीक उसी प्रकार डेटा ब्लॉकों (आँकड़ों) की लंबी श्रृंखला को जोड़कर उसे ब्लॉकचेन नाम दिया गया है।
✅ब्लॉकचेन तकनीक में तीन अलग-अलग तकनीकों का समायोजन है, जिसमें इंटरनेट, पर्सनल 'की' (निजी कुंजी) की क्रिप्टोग्राफी अर्थात् जानकारी को गुप्त रखना और प्रोटोकॉल पर नियंत्रण रखना शामिल है।
✅ब्लॉकचेन एक ऐसी तकनीक है जिससे बिटकॉइन तथा अन्य क्रिप्टो-करेंसियों का संचालन होता है। यदि सरल शब्दों में कहा जाए तो यह एक डिजिटल ‘सार्वजनिक बही-खाता’ (Public Ledger) है, जिसमें प्रत्येक लेन-देन का रिकॉर्ड दर्ज़ किया जाता है।
✅ब्लॉकचेन में एक बार किसी भी लेन-देन को दर्ज करने पर इसे न तो वहाँ से हटाया जा सकता है और न ही इसमें संशोधन किया जा सकता है।
✅ब्लॉकचेन के कारण लेन-देन के लिये एक विश्वसनीय तीसरी पार्टी जैसे-बैंक की आवश्यकता नहीं पड़ती।
✅इसके अंतर्गत नेटवर्क से जुड़े उपकरणों (मुख्यतः कंप्यूटर की श्रृंखलाओं, जिन्हें नोड्स कहा जाता है) के द्वारा सत्यापित होने के बाद प्रत्येक लेन-देन के विवरण को बही-खाते में रिकॉर्ड किया जाता है।
💁♀अंतर्राष्ट्रीय व्हेलिंग आयोग
✅अंतर्राष्ट्रीय व्हेलिंग आयोग (IWC) एक वैश्विक निकाय है जिसे व्हेल के संरक्षण और शिकार संबंधी प्रबंधन का अधिकार प्राप्त है।
✅IWC के सभी सदस्य व्हेलिंग के विनियमन पर अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय के (International Convention for the Regulation of Whaling) के हस्ताक्षरकर्त्ता हैं।
✅यह अभिसमय एक प्रकार का कानूनी तंत्र है जिसके अंतर्गत वर्ष 1946 में IWC की स्थापना की गई थी।
💁IWC के सदस्य
💥वर्तमान में IWC के सदस्य देशों की संख्या 89 है।
💁♀आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (OECD) 👇
✅स्थापना- 1961
✅मुख्यालय- पेरिस (फ्राँस)
✅सदस्य देशों की संख्या- 36
✅यह एक अंतर-सरकारी आर्थिक संगठन है
✅इसकी स्थापना आर्थिक प्रगति और विश्व व्यापार को प्रोत्साहित करने हेतु की गई थी।
✅अधिकांश OECD सदस्य उच्च आय वर्ग की अर्थव्यवस्थाएँ हैं, जिनका मानव विकास सूचकांक(HDI) बहुत उच्च है, और ये विकसित देशों के रूप में जाने जाते हैं।
💁♀ विश्व स्वर्ण परिषद (World Gold Council) 👇
✔️विश्व स्वर्ण परिषद स्वर्ण उद्योग बाज़ार के विकास हेतु एक संगठन है।
✅उद्देश्य
✔️इसका उद्देश्य सोने की मांग को प्रोत्साहित करना और स्वर्ण उद्योग को वैश्विक नेतृत्व प्रदान करना है।
✔️इसके अलावा यह अंतर्राष्ट्रीय स्वर्ण बाज़ारों के संबंध में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है, समाज की सामाजिक और पर्यावरणीय आवश्यकताओं को पूरा करने में सोने की उपयोगिता समझने में लोगों की मदद करती है।
✅कार्य
👉नीतियों का विकास करना और स्वर्ण उद्योग के मानकों को स्थापित करना,
👉स्वर्ण बाजार के बुनियादी ढाँचे को मजबूत करना।
👉स्वर्ण उद्योग से जुड़े वैश्विक डेटा और अंतर्दृष्टि को बढ़ाना।
👉नए निवेशकों को स्वर्ण उद्योग में आने के लिये प्रोत्साहित करना।
👉केंद्रीय बैंकों को सलाह देना।
👉वैश्विक संवाद को बढ़ावा देना।
What are e-cigarettes?
An electronic cigarette (or e-cig) is a battery-powered vaporizer that mimics tobacco smoking. It works by heating up a nicotine liquid, called “juice.”Nicotine juice (or e-juice) comes in various flavors and nicotine levels. e-liquid is composed of five ingredients: vegetable glycerin (a material used in all types of food and personal care products, like toothpaste) and propylene glycol (a solvent most commonly used in fog machines.) propylene glycol is the ingredient that produces thicker clouds of vapor.
Chandrayaan-2 Mission = the country first moon lander and rover mission + 2019 + ISRO + The first Indian moon landing spacecraft of theChandrayaan-2 mission will be known as ‘Vikram’ + It is ISRO’s first inter-planetary mission to land rover on any celestial body + soft landing is the most challenging part of the mission + robotic rover, named Pragyan + The moon’s constantly sunny side gets light for 14 Earth days or one lunar day. The lander and the rover are expected to work for just that duration + 3500 kg + will be launched on the heavy-lift GSLV-MK III rocket + The tests related to the lander were conducted at the Challakere multi-agency campus where ISRO, DRDO, BARC and the IISc facilities are located .
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